नंगी लड़कियां...6

वही कमरा, कमरे में अंधेरा। कुर्सी पर वही शख्स बैठा हुआ है। टेबल पर शराब की बोतलें और एक गिलास में भरी हुई शराब जिसके वह घूंट भर रहा है। स्क्रीन पर हरेक कमरे का नजारा है, मगर उसकी आंखें मानसी के कमरे में टिकी हुई हैं। मानसी कमरे में नहीं दिख रही। कुछ ही देर पहले वह बारी-बारी बाथरूम और कमरा चेक कर चुका था। अब उसे इंतजार था, मानसी के लौटने का ताकि कपड़े बदलते हुए उसे देख सके। मानसी शायज इतनी जल्दी कमरे में आने के मूड़ में नहीं थी। तभी दूसरी स्क्रीन पर पलक नजर आई जो दरवाजे से इंटर हो रही थी। अंदर आकर उसने दरवाजा बंद किया। बैग टेबल पर रखा और बेड पर गिर गई। अब उस शख्स की आंखें उसी स्क्रीन पर जम गई।
पलक भी मानसी से किसी भी लिहाज में कम नहीं थी। लंबाई मानसी से थोड़ी अधिक थी, मगर शरीर वैसे ही कसा हुआ था। वह भी एक मिडिल क्लास फैमिली से ही थी, जबलपुर से नौकरी करने आई थी। हालांकि वह थोड़ा मॉर्डन खयालों की थी। वह शख्स बिस्तर पर पड़ी पलक को दिलचस्पी से निहारने लगा। उसे पता था कि पलक अब क्या करेगी।
कुछ देर बाद पलक उठी और एक-एक कर कपड़े उतारने लगी। पहले उसने टॉप उतारा, फिर जींस। अब वह केवल ब्रा और पैंटी में थी। पलक का जिस्म वाकई कमाल का था। ब्रा में कैद उसकी चूचियों का आकार किसी लिहाज से 36 से कम नहीं था और यही आकार उसके चूतड़ों का भी था, जो पैंटी से बाहर झांक रहे थे। उसकी चूत भी पैंटी में कुछ ज्यादा ही उभरी हुई नजर आ रही थी। खैर उसने टॉवेल और कपड़ों को उठाया और बाथरूम में घुस गई। उस शख्स की आंखों में वासना के लाल डोरे तैरने लगे। उसने पैंट की जिप खोलकर लंड बाहर निकाल लिया, जो शायद अभी पूरी तरह खड़ा नहीं था।
बाथरूम में जाते ही पलक ने पहले तो अपनी ब्रा उतारकर फर्श पर डाली और फिर पैटी भी सरका दी। अब वह पूरी तरह से नंगी बाथरूम में आईने के सामने खड़ी थी। आईने में उसकी चूंचियों के साथ चूत नजर आ रही थी, वहीं पीछे के कैमरे से उसके गोल-मटोल गोरे चूतड़ दिख रहे थे। पलक की चूत एकदम चिकनी थी, जैसे उसने आज ही बाल साफ किए हों। रंग उसके शरीर के समान ही गोरा, पैंटी की लाइनिंग चूत और चूतड़ के चारों तरफ नजर आ रही थी। वह शख्स गौर से पलक के शरीर को निहार रहा था।
पलक ने फेसवाश से अपना चेहरा धोया और कमोड सीट पर बैठ गई। उस शख्स की उंगलियों ने कंट्रोल पैनल पर हरकत की और कमोड सीट के सामने के कैमरे से लिया जा रहा दृश्य स्क्रीन पर आ गया। पलक टांगे फैलाकर कमोड सीट पर बैठी थी। उसकी चूत की दोनों फांके खुल गई थीं और चूत के बीच गुलाबी रंग का दाना नजर आ रहा था।
उस शख्स का लंड पूरी तरह तन चुका था। उसने ईयर फोन कानों पर चढ़ा लिया। तभी पलक ने पेशाब करना शुरू कर दिया। स्क्रीन पर उसकी गोरी चिकनी चूत से निकली पेशाब की धार कयामत बनकर गिर रही थी और ईयर फोन से कानों में झर्र-झर्र की आवाज हाहाकारी थी। वह शख्स लंड को जोर-जोर से हिलाने लगा। पलक की चूत से पेशाब की धार गिरती रही और वह शख्स लंड को हिलाता रहा। पेशाब करने के बाद पलक उठी और कूल्हों को मटकाती हुई शॉवर के नीचे जाकर खड़ी हो गई।
स्क्रीन पर भी सीन बदल चुका था। पलक ने शॉवर चलाया और नहाने का मजा लेने लगी, इस बात से बेखबर कि उस पर न सिर्फ वासनामयी नजर है, बल्कि अभी कुछ देर पहले कोई उसे पेशाब करते हुए भी देख चुका है।
पलक ने साबुन लिया और अपने जिस्म पर मलने लगी। साबुन लगाने के बाद उसके हाथ धीरे-धीरे अपनी चूंचियों को मल रहे थे, इसके बाद उसका एक हाथ नीचे आया और चूत पर साबुन लगाने लगा। दूसरे हाथ से वह चूत को साफ करने लगी। चूत को अंदर-बाहर से साफ करने के बाद वह घूमी और झुक गई। उसके चूतड़ों की दरार फैल गई और उसकी गांड नजर आने लगी।
मोटे-गुदाज और गोरे चूतड़ों के बीच हलके भूरे रंग का गांड का छल्ला किसी भी लंड को तानने के लिए काफी था। उसने एक हाथ घुमाकर गांड पर साबुन लगाया और दूसरे हाथ से साफ करने  लगी। इसके बाद उसने शॉवर से साबुन को साफ किया और शॉवर बंद कर दिया। हाहाकारी और सेक्सी जिस्म पर टॉवेल लपेटा और बाथरूम के दरवाजे की तरफ बढ़ गई। इधर उस शख्स के मुंह से आनंद की आखिरी सांस तभी निकल गई थी, जब पलक ने झुककर अपनी गांड पर साबुन लगाना शुरू किया था। पलक बाथरूम से निकल रही थी और वह अपने हाथ साफ कर रहा था।